रायबरेली में युवक की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या, जांच में जुटी पुलिस और फॉरेंसिक टीम
घर से बाजार जाने के लिए निकले युवक की गला रेतकर हत्या कर दी गई। उसका शव मंगलवार की सुबह बरामद हुआ।
घटना कोतवाली ऊंचाहार क्षेत्र में हुई। घटना के कारणों का अभी पता नहीं चल सका।पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। नेवादा गांव निवासी दीपक सिंह उर्फ माना सोमवार को बाजार गए थे। देर रात तक घर वापस न लौटने पर परिवारजन उसकी खोजबीन कर रहे थे, लेकिन पता नहीं चला। मंगलवार की सुबह दैनिक क्रिया के लिए जाने वाले पूरे बकिया गांव के ग्रामीणों ने युवक का शव देखा। गांव वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेने के साथ ही छानबीन शुरू कर दी। घटना से जुड़े अहम साक्ष्यों के संकलन व बिंदुओं की जानकारी के लिए फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया है। ग्रामीणों द्वारा आशंका जताई जा रही है कि लखनऊ-प्रयागराज मार्ग के चंड़रई चौराहे से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर बखिया का पुरवा मजरे इटौरा बुजुर्ग गांव के पास सुनसान स्थान पर ले जाकर युवक की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई। शव को गलियारे के बीचोबीच छोड़ हत्या में प्रयुक्त चाकू छोड़ हत्यारे फरार हो गए। नेवादा गांव निवासी स्व. राम अधार सिंह के तीन पुत्रों में दीपक सिंह दूसरे नंबर पर था। बड़ा भाई करुणेश सिंह खेती का कार्य करते हैं। छोटा भाई वीरेश सिंह भी घर पर रहकर खेती किसानी के कार्यों में सहयोग करता है। बड़े भाई की शादी हो गई थी, अन्य दोनों की शादी होना बाकी था। घटना से नेवादा गांव में शोक की लहर व्याप्त हो गई है। गांव से बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे। बताया जाता है कि गांव में किसी भी व्यक्ति से कोई दुश्मनी नहीं थी। अचानक हुई दीपक की हत्या से गांव के लोग हतप्रभ हैं। कोतवाल शिव शंकर सिंह ने बताया कि युवक की गला रेत कर हत्या की गई है। मौके से चाकू बरामद हुआ है। हत्यारों की शिनाख्त व गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम जांच में जुटी है। जल्द ही घटना का राजफाश किया जाएगा।
पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। नेवादा गांव निवासी दीपक सिंह उर्फ माना सोमवार को बाजार गए थे। देर रात तक घर वापस न लौटने पर परिवारजन उसकी खोजबीन कर रहे थे, लेकिन पता नहीं चला। मंगलवार की सुबह दैनिक क्रिया के लिए जाने वाले पूरे बकिया गांव के ग्रामीणों ने युवक का शव देखा। गांव वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेने के साथ ही छानबीन शुरू कर दी। घटना से जुड़े अहम साक्ष्यों के संकलन व बिंदुओं की जानकारी के लिए फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया है। ग्रामीणों द्वारा आशंका जताई जा रही है कि लखनऊ-प्रयागराज मार्ग के चंड़रई चौराहे से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर बखिया का पुरवा मजरे इटौरा बुजुर्ग गांव के पास सुनसान स्थान पर ले जाकर युवक की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई। शव को गलियारे के बीचोबीच छोड़ हत्या में प्रयुक्त चाकू छोड़ हत्यारे फरार हो गए। नेवादा गांव निवासी स्व. राम अधार सिंह के तीन पुत्रों में दीपक सिंह दूसरे नंबर पर था। बड़ा भाई करुणेश सिंह खेती का कार्य करते हैं। छोटा भाई वीरेश सिंह भी घर पर रहकर खेती किसानी के कार्यों में सहयोग करता है। बड़े भाई की शादी हो गई थी, अन्य दोनों की शादी होना बाकी था। घटना से नेवादा गांव में शोक की लहर व्याप्त हो गई है। गांव से बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे। बताया जाता है कि गांव में किसी भी व्यक्ति से कोई दुश्मनी नहीं थी। अचानक हुई दीपक की हत्या से गांव के लोग हतप्रभ हैं। कोतवाल शिव शंकर सिंह ने बताया कि युवक की गला रेत कर हत्या की गई है। मौके से चाकू बरामद हुआ है। हत्यारों की शिनाख्त व गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम जांच में जुटी है। जल्द ही घटना का राजफाश किया जाएगा।